जबसे कोरोनावायरस का कहर दुनियाभर में फैला है, तबसे चार्ल्स पेरुगिनी की पेंटिंग कोरोना में लोगों की दिलचस्पी और बढ़ गई है।
क्या आप जानते हैं कोरोना से जुड़ी ये तस्वीर जो वड़ोदरा के म्यूज़ियम ‘बड़ौदा म्यूज़ियम एण्ड आर्ट गैलरी’ में 100 सालों से लगी है? इटालियन – ब्रिटिश पेंटर चार्ल्स एडवर्ड पेरुगिनी द्वारा बनाई गई इस पेंटिंग में मशहूर नॉवलिस्ट चार्ल्स डिकेंस की बेटी कैथरीन एलिज़ाबेथ मैक्रेडी पेरुगिनी हैं, जो की पेंटर चार्ल्स पेरुगिनी की पत्नी भी थी। कैथरीन एलिज़ाबेथ मैक्रेडी पेरुगिनी जोकि केट (Kate Perugini) के नाम से भी जानी जाती थी, ख़ुद भी एक मशहूर पेंटर थी।
चार्ल्स पेरुगिनी ने अपनी पत्नी केट पेरुगिनी की ‘कोरोना’ के अलावा भी कई पेंटिंग्स बनाई है। लेकिन, जबसे कोरोनावायरस का कहर दुनियाभर में फैला है, तबसे चार्ल्स पेरुगिनी की पेंटिंग कोरोना में लोगों की दिलचस्पी और बढ़ गई है।
आख़िर क्या ख़ास बात है चार्ल्स पेरुगिनी की पेंटिंग कोरोना (corona) में? बड़ौदा म्यूज़ियम और आर्ट गैलरी के यूरोपियन पेंटिंग्स सेक्शन में लगी इस अद्भुत ऑयल पेंटिंग में केट पेरुगिनी देखने वाले को मंत्रमुग्ध कर देती है। ये चार्ल्स पेरुगिनी की ओरिजनल पेंटिंग है जो 100 साल से अधिक समय से इस म्यूज़ियम का हिस्सा है।
क्या इस पेंटिंग में कोरोनावायरस से जुड़े राज़ छुपे है? चार्ल्स पेरुगिनी की इस पेंटिंग का नाम कोरोना पड़ने के पीछे एक दिलचस्प राज़ ये है की उनकी पत्नी केट पेरुगिनी की ख़ूबसूरती और पोज़ “एक्सप्रेशन ऑफ़ क्राउनिंग” से मिलता है। उन्होंने अपनी पत्नी की इस पेंटिंग को अपनी बाकी सभी पेंटिंग्स में से सबसे ज़्यादा सिद्ध माना है। लेकिन, इस पेंटिंग में कहीं भी कोरोनावायरस के संकेत या उससे जुड़े राज़ नही छुपे है। हालांकि, इस पेंटिंग को लोकप्रियता कोरोनावायरस महामारी के बाद ज़्यादा मिलने लगी है।
कोरोना पेंटिंग केवल केट पेरुगिनी की ख़ूबसूरती से संक्रमित करती है नाकी जानलेवा वायरस से। लेकिन, अगर आप भी चार्ल्स पेरुगिनी की इस मंत्रमुग्ध करने वाली पेंटिंग को देखने को इच्छा रखते हैं तो म्यूज़ियम में कोरोनावायरस से बचने के लिए सावधानी जरूर रखें।
दक्षिण–पूर्वी एशिया में यूरोपियन आर्ट की सबसे बड़ी कलैक्शन, बड़ौदा म्यूज़ियम एण्ड आर्ट गैलरी में ही मिलती है। यहां सबसे अधिक आने वाले लोगों में शामिल हैं आर्ट और पेंटिंग के शौकीन जिन्हें चार्ल्स पेरुगिनी की पेंटिंग कोरोना और म्यूज़ियम की बाकी 210 यूरोपियन पेंटिंग्स उतनी ही लुभावनी लगती है।