8 तरीके जिनसे आपकी पेट की एसिडिटी हमेशा रहेगी कण्ट्रोल में, ज़रूर पढ़ें

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अगर आप अक्सर अपना पेट फूला हुआ या एसिडिटी महसूस करते हैं तो यहाँ बताई गई टिप्स ज़रूर पढ़ें ..

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क्या आप जानते है अगर आप अंदर से स्वस्थ नहीं होंगे, तो अंदरूनी परेशानियाँ बाहर दिखने लगेंगी। हमारी ज़्यादातर शारीरिक परेशानियाँ पेट से जुड़ी होती है, जिसे हम व्ययाम, योग, और सही खान-पान से ही ठीक कर सकतें हैं। अगर आप अक्सर अपना पेट फूला हुआ या एसिडिटी महसूस करते हैं, तो इसका मतलब है कि आपके पेट में एसिड का स्तर कम है। अगर आप सही खाना नहीं खा रहे हैं तो इसे कोई भी दवा या व्यायाम पूरी तरह से ठीक नहीं कर सकता। आपको एक संतुलित आहार जिसमें प्रोटीन, कार्ब्स, रेशेदार सब्ज़िया, अन्सचुरटेड यानि अच्छा फैट लेना ज़रूरी है। और अगर आप संतुलित आहार ले रहे लेकिन फिर भी आप पेट में फूलापन महसूस करते तो इन संकेतों को नज़रअंदाज़ न करें --

1. कड़वी या खट्टी डकार आना

2. पेट में जलन

3. जी मिचलाना

4. प्रत्यावहन (खाना गले में अटका महसूस करना या खाना निगलने में परेशानी )

5. मुँह में कड़वापन रहना

6. पेट के ऊपरी हिस्से में बेचैनी

7. हिचकी लगातार आना

8. बिना कारण वजन घटना

ये सभी पेट में एसिडिटी के सिम्पटम्स होते है, और इन्हे ठीक करने के लिए कुछ तरीके नीचे दिए गए हैं - 

 

आराम से खाना खाएं - जल्दबाज़ी में खाना खाने के चक्कर में आप बड़े बड़े निवाले खाने लगते है। आपकी भागदौड़ वाली ज़िन्दगी में से कुछ समय अपने ठीक से खाने के लिए निकलना ज़रूरी होता है। आराम से खाने से आप छोटे-छोटे बाइट्स खाएंगे जिससे खाना डाइजेस्ट करने में आसानी होती है और पेट के एसिडिटी कम हो जाती है। 

 

अपनी ज़िन्दगी का तनाव कम करें - आप खाना ठीक से खा रहे हैं लेकिन तनावपूर्ण स्थितियां में आपका शरीर भी तनाव में आ जाता है ऐसे में पेट में एसिड कम हो जाता है और जिसके बाद एसिडिटी के सिम्पटम्स सामने आने लगते हैं। आपको अपनी ज़िन्दगी के स्ट्रेस को कम करने की ज़रूरत है जिससे आपका शरीर स्वस्थ रहे। आप तनाव पैदा करने वाले कारणों को तो नहीं रोक सकते लेकिन उससे होने वाले तनाव को दूर करने के लिए मैडिटेशन, योग, या माइंड-रिलैक्स करने वाले उपचार कर सकतें हैं। 

 

पाचन बढ़ाने के लिए घरेलु उपचार करें - आप अपना डाइजेस्शन प्रोसेस ठीक करने के लिए घरेलु नुस्के जैसे - अदरक और काली मिर्च को ले सकतें हैं। इससे आपका पाचन  बढ़ेगा और एसिडिटी भी कम होगी। अदरक में ऐसे गुण होते हैं जिससे आंत में सूजन कम होती हैं। आप अदरक, 2-3 काली मिर्च, धनिया, ख़ीरा,निम्बू, पुदीना को मिलाकर जूस बनाकर पीएंगे तो पेट साफ़ होगा। इससे आपको एसिडिटी की परेशानी और टॉक्सिन्स से छुटकारा मिलेगा।  

 

समय पर खाना खाएं - आपको पेट की परेशानियाँ दूर करने के लिए एक ऐसा स्केड्यूल बनाना है जिससे आप हमेशा एक ही समय पर नाश्ता, लंच और डिनर करें।  इससे आपके शरीर को समय मिलेगा खाना डाइजेस्ट करने के लिए और एसिडिटी या अन्य पेट की प्रॉब्लम जल्द ही दूर हो जाएगी। 

 

सही मात्रा में पानी पिएं - ये कोई नई बात नहीं है की खाना ठीक से पचाने के लिए ज़्यादा पानी पीने की ज़रूरत होती है।  लेकिन, ज़्यादातर लोग अपने व्यस्त स्केड्यूल के चलते पानी ही पीना भूल जाते हैं। लेकिन आपको कोशिश करनी चाहिए की ज़्यादा ना सही, कम से कम 1 लीटर प्रति 20  किलो (अपने वजन के हिसाब से ) पीएं। 

 

सेब का सिरका यानि ACV लें - आपको अपने शरीर को अंदर से साफ़ करने के लिए अच्छी गुणवत्ता वाला कार्बनिक सेब का सिरका (अनफ़िल्टर्ड और अपरिष्कृत सिरका) लेने की ज़रूरत है। ये आपके पेट में एसिड के स्तर को ठीक करेगा और साथ ही अन्य परेशानियाँ जैसेकी डायबिटीज/मधुमेह, मोटापा, हाई-ब्लड प्रेशर के लक्षणों को कम करने में भी मदद करेगा।

 

चाय या कॉफी सही समय पर पिएं - ज़्यादातर लोग खाना खाने का समय तो सही से फॉलो कर लेते हैं लेकिन वो खाने के बीच में लेने वाले स्नैकस या चाय - कॉफी का समय तैय नहीं कर पाते।  जिससे एसिडिटी की प्रॉब्लम ज़्यादा होने लगती हैं।  इसके लिए ज़रूरी हैं की आप चाय या कॉफ़ी का समय और क्वांटिटी निर्धारित करें। 

 

ख़मीरयुक्त सब्जियां खाएं - आपको अपने खाने में ऐसी सब्जियां भी रखनी चाहिए जो फर्मेन्टेड हो। इसका समान्य उदाहरण है आचार जैसे की आम का अचार, मिक्स-वेजटेबल्स का आचार, निम्बू का आचार आदि। ख़मीरयुक्त सब्जियां/ आचार आपके पाचन को संतुलित करता है और एसिडिटी की प्रॉब्लम भी प्राकृतिक रूप से खत्म हो जाती है।  

अगर ये तरीके आपके लिए कारगर साबित हुए तो अपने दोस्तों से ज़रूर शेयर करें।



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