ज़मींदोज़ हुई ट्विन टावर -
आज दिनांक 28 अगस्त दोपहर 2:30 पर ट्विन टावर को ध्वस्त कर दिया गया।
आप को एक बार फिर से बता दें की एक लम्बे समय से चल रहा यह विवाद, आज आखिरकार एक अंजाम तक पहुंच ही गया। आज एमराल्ड कोर्ट ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी के लोगों ने एक बड़ी रहत की सांस ली है।
2010 से चल इस मामले पर अलाहाबाद हाई कोर्ट ने 2021 में ये फैसला दिया था की इस टावर के निर्माण में यूपी अपार्टमेंट अधिनियम का उल्लंघन हुआ है अतः इसे तुरंत ध्वस्त कर दिया जाए।
आखिरकार 32 और 29 माले की इस बिल्डिंग को 3700kg विस्फोटक से दोपहर 2:30 बजे ध्वस्त कर दिया गया।
कैसा रहा नज़ारा ?
यह विस्फोट काफी तीव्र लेकिन नियंत्रित था। प्रशासन की तरफ से कड़ी सुरक्षा के बीच इस कार्य को सफल बनाया गया। इस दृश्य को देखने दिल्ली एनसीआर से लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी मानों कोई मेला चल रहा हो। विस्फोट के तुरंत बाद लोगों के शोर और तालियों से आकाश गूज उठा।
अब आगे क्या?
ध्वस्त हो चुकी ईमारत के मलबे को साफ़ करने के लिए कई हज़ार कर्मचारियों की टीम लगी जिनमें क्लीनिंग मशीन से ले कर छोटे मज़दूर शामिल हैं। आप को बता दें की 32 मालों की बिल्डिंग को ध्वस्त करने के बाद 2800 मीट्रिक टन मलबा निकला जिसे साफ़ करने के लिए 7 से 8 हज़ार ट्रक्स का इस्ताम किया जा रहा है।
क्या है नॉएडा अथॉरिटी की गाइडलाइन्स?
नोएडा अथॉरिटी ने आसपास रहने वाले निवासियों को अगले 15 दिन के लिए स्वास्थ से जुड़ी कुछ जानकारियां दी हैं, क्योंकि इस डिमोलिशन के बाद अब नोएडा की हवा गंभीर रूप से प्रदूषित हो गई है। ये जानकारी ख़ासकर गंभीर बीमारियों जैसे फेफड़ों का इन्फेक्शन, अस्थमा, फेफड़ों के कैंसर, गुर्दों की बीमारी आदि से ग्रस्त लोगों के लिए है। नीचे पढ़े:
Air quality is under constant surveillance via 20 AQI monitoring stations in ITMS. @noida_authority team is constantly observing the AQI & PM 10 levels.
— CEO, NOIDA Authority #IndiaFightsCorona (@CeoNoida) August 28, 2022
Air quality is well controlled after #twintowersdemolition pic.twitter.com/lniS5IuZsP