2016 के सर्वे के मुताबिक शाहरूख ख़ान दुनिया के दूसरे अमीर एक्टर हैं। कमाई के मामले में उन्होंने बहुत से हॉलीवुड अभिनेताओं को भी पछाड़ दिया। यहां तक टॉम क्रूज़ को भी। ज़ाहिर सी बात है शाहरूख़ ख़ान के चाहने वाले भी बहुत हैं, जो उनको अपना आइडल मानते हैं लेकिन शाहरूख़ ख़ान बहुत कुछ ऐसा करते हैं जो शायद उनके फैंस को अच्छा नहीं लगता होगा।
शाहरूख ख़ान गोरा करने वाली क्रीम बेचने जब टी वी पर आते हैं तो बहुत अजीब लगता है कि शाहरूख ख़ान जब बात करते हैं तो सहिष्णुता और तमाम तरह की सामाजिक बातों पर बात करते हैं। लेकिन ख़ुद इस तरह से काले लोगों का मज़ाक बनाते हैं।
क्या शाहरूख ख़ान के काले या सांवले रंग वाले लोग फैंस नहीं होंगे। शाहरूख ख़ान हमेशा कहते हैं कि मैं जो कुछ हूं अपने फैंस की वजह से हूं लेकिन अपने फैंस का ही मज़ाक उड़ाते हैं।
कंगना रनौत से लेकर रणदीप हुड्डा तक ने गोरे होने वाली क्रीम न बेचने को कहा था। उनका कहना था कि ये सही नहीं है। हम काले लोगों को बदसूसरत नहीं बोल सकते हैं और ज़िन्दग़ी में कभी भी ऐसी क्रीम का ऐड न करने को कहा था।
वहीं इसलिए एन डी टी वी न्यूज़ चैनेल ने भी ये नियम बनाया था कि वो कोई भी गोरा होने वाली क्रीम का प्रचार नहीं करेंगे।
दरअसल हमारी फिल्म इंडस्ट्री में रंग भेद बहुत है। समाज भले ही बदल रहा हो लेकिन फिल्म इंडस्ट्री से लेकर टी वी इंडस्ट्री में बहुत बुरी तरह से है। दीपिका पादुकोण,प्रियंका चोपड़ा,काजोल तक ने तो अपना रंग गोरा करवाया है। ये क्या है एक तरह का रंग भेद ही तो है।
टी वी पर चलने वाले सीरियल में आपको मुख्य अभिनेता या अभिनेत्री काली या सांवली नहीं मिल सकती। सब एकदम गोरे चिट्टे मिलेंगे,हां भले ही वो उतने गोरे न हों जितना मेकअप करने पर हो जाते हैं। लेकिन गोरा करने की क्या ज़रूरत है। क्या वहां काले और सांवले लड़के काम करने के लिये नहीं आते होंगे। आते होंगे उनको ऑडिशन में ही बाहर कर दिया जाता होगा।
स्मिता पाटिल,तनिष्ठा चटर्जी,अजय देवगन,रणदीप हुड्डा,कोणकना सेन शर्मा को ही देख लीजिये, जितने ये सब काले हैं उतने ही लाजवाब अभिनेता और अभिनेत्री भी हैं। रंग से अभिनय का कोई लेना देना नहीं होता ये इन सबने साबित कर दिया है।
और इस तरह से ये टी वी और फिल्में, लोगों में रंग भेद भर रही है।