बॉलीवुड फिल्मों में महिलाओं को हर तरह से दर्शाया जाता है चाहे वो उन्हें पावरफुल दिखाना हो या मदरली या फ़िर प्रेमिका के रूप में। हालाँकि, सबसे ज़्यादा बॉलीवुड में वूमेन ऑब्जेक्टिफिकेशन प्रचलित है अब वो किसी भी दशक की कोई भी फ़िल्म उठा कर देखा जाए। जिससे देखा जाए तो औरतों की तरफ छेड़छाड़, रेप, और कई अपमानजनक अपराध बढ़ते नज़र आते हैं। अब जब औरतें अपनी आवाज़ उठाती हैं तो फ़िल्मों में सेक्सिज़्म और ऑब्जेक्टिफिकेशन कुछ कम होता आ रहा है। फ़िर भी कॉमेडी के नाम पर औरतों को sexist dailogues से बॉलीवुड में अपमानित किया जाता है, जिसके कुछ उदाहरण नीचे दिए गए हैं -
प्यार से दे रहे हैं रख लो, वरना थप्पड़ मारकर भी दे सकतें हैं
दबंग में चुलबुल पांडे (सलमान खान) ने रज्जो को ये प्यारभरी धमकी देकर मटकी का पैसा देने की कोशिश की, जिसके जवाब में रज्जो को अपना फेमस डायलॉग "थप्पड़ से डर नहीं लगता साहब, प्यार से लगता है " बोलना पड़ा।
अब बताइये, थप्पड़ मारकर (हिंसा से) चुलबुल पांडे, जोकि ख़ुद एक पुलिस अफसर का किरदार है यह समझाना चाह रहे हैं की अगर नम्रता से बात न बने तो मारपीट का सहारा लिया जा सकता है। ऐसे डायलॉग लड़कियों को असल ज़िन्दगी में कितना कष्ट पहुँचा सकतें है ये दबंग के राइटर्स को एहसास भी ना होगा।
एक हाथ में गर्लफ्रेंड, एक हाथ में ट्रॉफी
ये डायलॉग टाइगर श्रॉफ को 2019 में रिलीज़ हुई फिल्म स्टूडेंट ऑफ़ दा ईयर - 2 में आदित्य सील टॉन्ट करते हुए बोलते हैं।
इस डायलॉग से उन्होंने टाइगर की गर्लफ्रेंड बनी तारा सुतरिया को एक ट्रॉफी से तुलना की है।
बूढ़ी हो या जवान, मेलोड्रामा इस दुनिया की सारी औरतों के ख़ून में है
आलिया भट्ट और अर्जुन कपूर की इस मूवी में, अर्जुन अपनी माँ और आलिया की माँ का रोल प्ले कर रही अमृता सिंह और रेवती के लिए बोलते है।
इस डायलॉग से यह मालूम होता है जैसे की औरतों को अपनी बात सामने रखना नहीं आता है और उन्हें मेलोड्रामा की ज़रूरत पढ़ती है। वही अगर आदमी को अपनी बात बतानी होती है तो वो समझदार माना जाता है।
जब तुम लड़की को नहीं बदल सकते, तो लड़की ही बदल दो
ये डायलॉग 2013 में रिलीज़ हुई चश्मे बद्दूर का है जिसमे सिद्धार्थ और दिव्येंदु आपस में बात करते हुए दिखते हैं।
इस फिल्म में बताया जा रहा है की पहले तो औरतों को मज़ाक बनाया जाए, फ़िर उसे बदलने की कोशिश की जाए और जब बात न बने तो उन्हें छोड़ किसी दूसरी औरत को पकड़ा जाए। जैसे की औरतें कोई सामान है उसे इस्तेमाल करो और जब काम की ना रहे तो बदल दो।
तू लड़की के पीछे भागेगा, लड़की पैसे के पीछे भागेगी, तू पैसे के पीछे भागेगा, लड़की तेरे पीछे भागेगी
सलमान खान की ये 2009 में आई फ़िल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट रह चुकी है और सेक्सिज़्म फ़ैलाने में भी हिट है। इस फ़िल्म के एक सीन में सलमान अपने दोस्तों से बात करते हुए इस डायलॉग का इस्तेमाल करते हैं।
इस डायलॉग के अनुसार लड़कियाँ रिश्ते में सिर्फ पैसे की वज़ह से रूकती है और अगर पैसा नहीं रहेगा तो उसे छोड़कर किसी और के पास चलती बनेगी। ऐसे डायलॉग योंग्सटर्स में लड़कियों के प्रति गलत प्रभाव बनात