कोटा में 2 और छात्रों ने आत्महत्या कर ली, 1 महीने में 5 ने जान दे दी, सरकार ने क्या महत्वपूर्ण निर्णय लिया है?

Views: 177

परीक्षा समाप्त हो चुकी थी, और एक छात्र ने खुदकुशी कर ली, जो एक महाराष्ट्र से थे, और एक और छात्र बिहार से थे।

kota

Image Credit: आजतक

कोटा, जो की राजस्थान का एक मंडी शहर है, में रविवार, 27 अगस्त को दो और छात्रों ने आत्महत्या कर ली। ये दोनों छात्र मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। कोटा में बीते एक महीने में पांच छात्रों ने आत्महत्या की घटनाएं रिपोर्ट की गई हैं, जबकि इस साल के अबतक कुल में 23 छात्रों ने इस दुखद प्रक्रिया का सामना किया है।

रविवार को, महाराष्ट्र के एक 16 वर्षीय लड़के की एक दुखद मौत हुई। हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, पुलिस अधिकारी धर्मवीर सिंह ने बताया कि लड़के ने रविवार को विज्ञान नगर क्षेत्र में अपने कोचिंग सेंटर में एक परीक्षा दी और फिर कोचिंग संस्थान में ही यह दुखद कदम उठा लिया।

इस घटना के बाद लगभग छह घंटे के भीतर, बिहार के एक 18 साल के छात्र ने कोटा के कुनाडी क्षेत्र में आत्महत्या कर ली। कुनाडी पुलिस स्टेशन के SHO गंगा सहाय शर्मा ने बताया कि लड़का एक किराए के अपार्टमेंट में अपनी बहन और चचेरे भाई के साथ रह रहा था। अचानक, उसने कमरे को अंदर से बंद कर लिया, और बार-बार खटखटाया जब उसकोई जवाब नहीं मिला, तो दरवाजा तोड़ दिया गया, लेकिन दुखद तौर पर लड़के की मृत्यु हो गई। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।

प्रशासन ने इस घटना के बाद कड़ा आदेश जारी किया है।

उन्होंने कोचिंग सेंटर्स को अगले दो महीनों तक अपने संस्थानों में किसी भी प्रकार की परीक्षा न लेने का आदेश दिया है। रविवार देर रात, कोटा के जिलाधिकारी ओम प्रकाश बुनकर ने बताया कि उन्होंने ऐसा कदम उठाया है, जिसमें कोचिंग सेंटर्स को अगले दो महीनों तक किसी भी प्रकार की परीक्षा आयोजन करने से रोकने का आदेश दिया गया है। बुनकर ने मुताबिक इन दो लड़कों के साथ उनके परिवार के लोग रहते थे और उनके व्यवहार में कोई बदलाव नहीं दिखा गया। ऐसे मामलों में प्रशासन के लिए आत्महत्या रोकना बड़ी चुनौती होती है, हालांकि उनका कहना है कि वे इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।

कोटा में इस साल अबतक 23 कोचिंग स्टूडेंट्स ने आत्महत्या कर ली हैं। सितारे चमकाने की आस लिए यहां आए छात्रों का दर्द बढ़ता जा रहा है। बीते 10 अगस्त को ही, मनीष प्रजापति नाम के एक स्टूडेंट ने आत्महत्या कर ली थी। मनीष 17 साल का था और वह उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ का निवासी था। वह पिछले छह महीने से कोटा के एक निजी कोचिंग संस्थान में जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (JEE) की तैयारी कर रहा था।

कोटा में आत्महत्या के मामलों की बढ़ती संख्या ने राज्य सरकार को चुनौती दी है। इसी महीने की शुरुआत में, राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोचिंग संचालकों के साथ एक बैठक की थी और उनसे बेहतर माहौल बनाने की अपील की थी। उन्होंने मानसिक दबाव से ग्रस्त होने वाले छात्रों को सहयोग देने के लिए समर्थक उपायों की बजाय कोचिंग सिस्टम में सुधार करने की आवश्यकता को बताया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस बारे में बड़ी चिंता जताते हुए कहा कि वह छात्रों को आत्महत्या के दर्द में नहीं देख सकते हैं और कोचिंग सिस्टम में सुधार लाने की आवश्यकता है।



Author Social Profile:


Latest Posts

Start Discussion!
(Will not be published)
(First time user can put any password, and use same password onwards)
(If you have any question related to this post/category then you can start a new topic and people can participate by answering your question in a separate thread)
(55 Chars. Maximum)

(No HTML / URL Allowed)
Characters left

(If you cannot see the verification code, then refresh here)